मुझे क्यों स्वयंसेवक होना चाहिए ? | Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan
मुझे क्यों स्वयंसेवक होना चाहिए ?

मुझे क्यों स्वयंसेवक होना चाहिए ?

आपका कौशल एवं अनुभव गर्भवती महिलाओं विशेषकर ग्रामीण/मुश्किल क्षेत्रों एवं कमजोर आबादी की गर्भवती महिलाओं के लिए व्यापक एवं गुणवत्ता प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान करने वाले सरकारी प्रयासों में योगदान कर सकता हैं।

प्रशिक्षित एवं अनुभवी पेशेवर के रूप में यह सुनिश्चित करना हमारी ज़िम्मेदारी है, कि स्वास्थ्य सेवा के अभाव में गर्भावस्था के दौरान महिलाएं न मरें। जबकि भारत ने पिछले 10 वर्षों में एक लंबा सफर तय किया है- लेकिन हम मुख्यत: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कारण अब भी देश में मातृ मृत्यु की संख्या को कम एवं मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के लिए संघर्ष कर रहें हैं, जो कि वर्तमान में 167/ लाख जीवित जन्म है।

हम आपसे इस अभियान में अपना सहयोग देने की शपथ लेने एवं हर महीने की 9 वीं तारीख़ को गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति समर्पित करने का आग्रह करते हैं। आपका सहयोग ‘माताओं एवं नवजात शिशुओं की जान बचाने’ के लिए महत्वपूर्ण है।

‘सेवा अपने आप में पुरस्कार है’ – मुझे विश्वास है कि आप सभी इस बात से सहमत है, इसलिए यह अवसर ज़रूरतमंदों तक पहुँचने का है। चिकित्सक के लिए सबसे गरीब व सबसे कमजोर वर्गों की सेवा करना ही सबसे बड़ा पारितोषिक है।

इस कृत्य से आपकी पहचान विचारशील एवं उदार नेता की हो जाएगी, जिसका लक्ष्य दूसरों की सहायता करने के लिए अपने ज्ञान व अनुभव को साझा करना है। महान धार्मिक नेता स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि ‘उठो, जागो तथा लक्ष्य प्राप्ति तक न रुकों!”

जिन विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य के उपयोग एवं इसके प्रसारण को खो दिया है। हमारे पास उनके लिए एएनसी सेवाएं प्रदान करने वाला महान काम है। इस नेक काम के लिए उन विशेषज्ञ स्वयंसेवकों की आवश्यकता है।

हम प्रबल आशा करते हैं कि आप 9 वीं तारीख़ के लिए शपथ लेगें एवं इस अभियान में शामिल होगें तथा जिन महिलाओं एवं शिशुओं को आपकी सेवाओं की आवश्यकता है, उनके लिए बदलाव लाएगें।