स्वयंसेवक बनने के चरण | Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan
स्वयंसेवक बनने के चरण

स्वयंसेवक बनने के चरण।

अभियान में शामिल होने के तीन चरण हैं, जिनका पालन करना है। सबसे पहले अपना इरादा दर्ज़ करें, दूसरा उस स्थान का चयन करें, जहाँ आप अपनी सेवाएं देना चाहते हैं। तीसरे, अंतिम चरण में आप अपना प्रतिउत्तर दे सकते हैं/योगदान की जाँच कर सकते हैं।

स्वयंसेवक अपना इरादा दर्ज़ करें।

आप निम्नलिखित में से किसी एक का चयन करके अपना इरादा दर्ज़ कर सकते है।

टोल फ्री नंबर

चिकित्सक रजिस्टर करने के लिए 18001801104 पर कॉल कर सकते है।

एसएमएस

चिकिस्तक पीएमएसएमए <नाम > 5616115 पर एसएमएस कर सकते है।


यदि आप टोल फ्री नंबर/एसएमएस के माध्यम से रजिस्टर करते हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल, रजिस्ट्रेशन संख्या (एमसीआई)/राज्य परिषद रजिस्ट्रेशन संख्या और उस राज्य व जिले का नाम, जहाँ आप स्वयंसेवक बनना चाहते है, के बारे में पूछने के लिए अंत में एक कॉल प्राप्त होगा। जैसे ही आप रजिस्टर करेगें, वैसे ही अद्वितीय आईडी/पीएमएसएमए नामांकन नंबर उत्पन्न हो जाएगा, जो कि हमें आपके द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की जानकारी समझने में मदद करेगा।

स्वयंसेवक द्वारा स्वैच्छिक सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों का चयन

आपको एक बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद जिला अधिकारियों से (हर महीने की 9 वीं तारीख़ से पहले) एक कॉल प्राप्त होगा। पीएमएसएमए अभियान के लिए आप जिला प्रशासन एवं सुविधाओं की उपलब्धता तथा अपने विचार-विमर्श के आधार पर उस सरकारी स्वास्थ्य केंद्र का चयन कर सकते हैं, जहां आप हर महीने की 9 वीं तारीख़ को स्वैच्छिक सेवाएं प्रदान करना चाहते हैं। इस प्रक्रिया को हर महीने की 9 वीं तारीख़ से पहले दोहराया जाएगा तथा आप एक बार फिर अपनी सुविधा के आधार पर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र का चयन कर सकते हैं।

प्रतिउत्तर देना/अपने योगदान की जाँच

जब आपने एक बार अपनी सेवाएं प्रदान कर दी है, तब जिला प्रशासन वेबसाइट आपके योगदान के बारे में जानकारी अद्यतन करेगा। आप इस कार्यक्रम में कुछ दिनों के भीतर अपने योगदान की जांच के लिए लॉगऑन कर सकते है।